असफलता ही सफलता की सीढ़ी है asafalta hi safalta ki sidhi hai

 असफलता ही सफलता की सीढ़ी है

असफलता ही सफलता की सीढ़ी है
असफलता ही सफलता की सीढ़ी है

असफलता से निराश होकर काम करना छोड़ा देना, प्रयत्न करना छोड़ देना ,और अपनी असफलता का करना दुसरो पर थोपते रहना, आपकी कायरता है, आपकी बुद्धिमानी नहीं , ऐसा बोल के क्या साबित करना चाहते हो ,की आप सफल इंसान है ,या आप महान व्यक्ति है।

सफलता व्यक्ति को बतने की जरूरत नहीं पड़ता है, की वह सफल है। और मुर्ख व्यक्ति को जानने की जरूरत नहीं होती है, क्यों की वह खुदा ही बोलते रहता है ,एक्सक्यूज़ देते रहता है। बुज़दिल, कायर व्यक्ति ही हिम्मत हारते है। पर जिस व्यक्ति में जितने की चाहा हो, वीरता, साहस हो।

जिसमे अपने कार्य को करने का पुरूषार्थ और पराक्रम का एक अंश भी बचा होता है। ऐसे व्यक्ति हरने के लिए नहीं बल्कि जितने के लिए चुनौती से लड़ते है। ऐसे व्यक्ति में जितने का जूनून होता है। बल्कि ऐसे व्यक्ति सकारत्मक सोच के साथ आगे बढ़ेगा। और अनुभव करेगा ,मनुष्य का जीवन महान है। मनुष्य में अद्भुत शक्ति है। उसकी शक्ति महान है। वह दृढ़ निश्चय और सतत परिश्रम के दुवरा असंभव को भी संभव बन सकता है।

जिन लोग बड़े लक्ष्य हासिल करते है। उन लोगों के जीवन में अनेक चुनौती अति है। कोई जरुरी थोड़ी न है। की सफलता पहले प्रयास में मिल जाये। और अगर सफलता न मिले तो प्रयास करना ही छोड़ दे। आशावादी व्यक्ति कभी आशा नहीं छोड़ते है। मरते दम तक प्रयास करते है। इन्शान को मन से स्ट्रांग होना चाहिए। जब तक सफलता न मिल जाये तब तक कोशिश करते रहना चाहिए।

चुनौती जितना ज्यादा होगा, संघर्ष जितना ज्यादा होगा। यकीन रखे  अपने आप पर, जीता भी आपकी उतनी शानदार होगा। चुनौती और असफलताओं से कभी निराश मत होना। बस विश्वाश के साथ सही दिशा में कोशिश करते रहना, यही वीरता की निशानी है। आज तक जो भी अपने को इस कसौटी में खरा सिद्धा किया है। उन्ही का जीवन साधन सफल हुआ है। उन्ही का नाम इतिहास के पानो में दर्जा हुआ है।

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