अनमोल वचन precious word

अनमोल वचन

तन की सुंदरता मन को आकर्षित करती है
अनमोल वचन 

ऊपरी शारीरिक बनावट या शारीरिक सजावट को देखकर लोग आकर्षित हो जाते हैं। आज के दौर में भौतिक रूप से देखा जाए तो शारीरिक बनावट या शारीरिक सजावट उतना मायने नहीं रखता है जितना आदमी का चरित्र इंपोर्टेंट होता है।आज आधुनिक युग में शारीरिक बनावट को विशेष महत्व दिया जाता है। परंतु यह ज्यादा देर तक नहीं टिक पाता है और इसकी वजह से मानसिक हानियां होना शुरू हो जाता है। इंसान डिप्रेशन में आ जाता है। कुछ ऐसा कर जाता है जिसका उससे अंदाजा भी नहीं रहता है। दुख का कारण बन जाता है। बहुत सारी चीजें जो समस्या में कन्वर्ट हो जाती है।शारीरिक बनावट और शारीरिक दिखावटी जरूरी है पर उतना जरूरी नहीं है। जितना चरित्र का निर्माण जरूरी है। अगर इंसान का चरित्र सही हो या उसका स्वभाव सही हो तो उसे हराना मुश्किल हो जाता है। वह बहुत देर तक अपने जीवन में सही मार्ग में टिका रहता है। क्योंकि चरित्र का निर्माण अपना खुद का निर्माण होता है। अगर आप स्वयं अपने आप को बदलना चाहोगे अगर आप अच्छा चीजों को अनुसरण करोगे तो जरूर आपका अच्छा निर्माण जरूर होगा और आपको भविष्य में या लॉन्ग टाइम में आपको बहुत लाभ प्रदान करेगा यह चरित्र निर्माण।
 
परंतु आधुनिक दौर पर देखा गया है कि लोग शारीरिक बनावट या शारीरिक सजावट निर्माण पर ज्यादा ध्यान देते हैं। जिसकी वजह से उसके समय सदुपयोग या व्यवहार में कोई ज्यादा परिवर्तन नहीं हो पाता और यही दुख का कारण होता है। क्षणिक सुख के लिए शरीर का निर्माण किया जा सकता है। परंतु चरित्र का निर्माण आगे भविष्य में बहुत लोंग टाइम सुख के लिए किया जाता है। अगर आप सच्चे दिल से कोई कार्य करते हैं तो आपको आत्मिक शांति मिलती है। अच्छी नींद आती है। अच्छा कार्य करने से आपके मन को संतोष मिलता है।
 
इंसान जब युवावस्था में होता है तो उसके चरित्र का ही निर्माण उसकी दिशा का निर्धारण करता है और उसके आगे ले जाने में हेल्प करता है। परंतु उस समय अगर इंसान अपने शारीरिक बनावट या शारीरिक सजावट पर ध्यान दें तो उसका विकास उतना नहीं हो पाता है। जितना होना चाहिए तो आशा करता हूं तन को निर्माण करने से अच्छा है। चरित्र पर भी ध्यान दें और चरित्र का निर्माण ज्यादा से ज्यादा करें ताकि आप आगे आपको भविष्य में बहुत सारे सुख मिले और आप खुश रहें।

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