असफलता का एक कारण समय बर्बाद करना One reason for failure is to waste time

 असफलता का एक कारण समय बर्बाद करना

असफलता का एक कारण समय बर्बाद करना
असफलता का एक कारण समय बर्बाद करना 

इस दुनिया में लोग इसलिए फेल नहीं होते हैं कि वह काम करना नहीं जानते, बल्कि इसलिए फेल होते हैं, क्योंकि वह समय पर काम ही नहीं कर पाते। व्यक्ति अपना गोल बना लेता है और उस aim में काम ना करें, तो आप को कैसे सफलता मिल सकता है। सफलता के लिए आपको अपने समय पर काम करना जरूरी है।

अक्सर लोग अपने समय को बर्बाद करते रहते हैं, और कल से काम शुरू करूंगा, परसों से काम शुरू करूंगा। आज मज़े कर लेता हुआ ,आज मूवी देखा लेता हुआ, आज घूम लेता हुआ, या कुछ और सब अपने अपने हिसाब से समय का दुरपयोग करते है। और ज्यादा से ज्यादा काम को कल में टालने की कोशिश करते है और कल कभी नहीं आता है। क्योंकी कल भी आएगा तो अपने टाइम आयेगा और वह भी वर्तमान बन के आएगा न की कल बन के आएगा।

समय बिताते जाता है और  यही सोचते सोचते पूरा समय बर्बाद हो जाता है। और अंत तक उसका काम स्टार्ट ही नहीं हुआ होता है। अगर थोड़ा बहुत स्टार्ट भी कर लेता है तो भी कुछ ज्यादा काम तो कर नहीं पता है। लास्ट में परेशान ,दुखी हो जाता है  और पश्यताप करने लगता है , क्यों मैंने टाइम का सही utilize नहीं किया , कसा मई अपने टाइम का राइट utilize किया होता। तो ये दिन देखना नहीं पड़ता। और यही सोच सोच कर बचा हुआ समय भी बर्बाद कर देता है। .... फिर रिजल्ट भी वैसे ही आएगा।

इसी में मुहावरे है..अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गयी खेत

कहानी के माध्यम से समझते है, एक गांव में एक प्रसिद्व संत का आगमन हुआ।  जो बहुत समय से मौन रहकर अपने तपस्या में लीना था। गॉव वालो को पता चल तो, गॉव के लोग संत का स्वगत सत्कार करने लगे। लेकिन उसी गांव में ४ मुर्ख भी थे जो यह सब देख रहे थे।

यह सब देखा कर उन ४ मूर्खो को यह सब अच्छा लगने लग और ये ४ मुर्ख सोचने लगे की हम भी मौन रहकर तप करते है। और यहाँ सोच कर जंगल चले जाते है चारों मुर्ख और एक शांत जगह में ये ४ मुर्ख दिया को जला कर बैठ जाते है। 

कुछ समय में दिया की लौ हिलने व भुजने लगता है। १. मुर्ख बोलता है कुछ करो नहीं तो दिया भुज जायेगा। इस पर प्रतिकिया देते हुआ दूसरा मुर्ख बोलता है तेल डालो दिए में। फिर ३ मुर्ख बोलता है।तुम दोनों मुर्ख हो, दिया हाव के कारण भुज जायेगा। इस पर ४ मुर्ख कहा शांत रहने वाला है, वह भी बोलता है तुम सब क्यों बोल रहे हो, तुम सब मुर्ख हो क्या मेरे तरह मौन नहीं बैठ सकते हो क्या। सब के सब कुछ न कुछ बोल रहे थे। और मौन होकर तप करने का ढोंग कर रहे थे। अपना समय बर्बाद कर रहे थे। 

मुर्ख ऐसे ही अनर्थ के प्रपंचो में समय बर्बाद करते है, जबकि बुद्धिमान विवेक का उपयोग कर जीवन को समर्थ व सुदृढ़ बनते है।

आप भी अपना कीमती समय के मूल्य को समझो , समय बड़ा अनमोल है , एक बार समय बीत जाने पर वापस नहीं आता है। अपने गोल , अपने aim , अपने vision , को को achive करना है तो सिर्फ और सिर्फ वर्तमान के समय का utilize करना सीखो तभी फ्यूचर बेहतर हो पायेगा। तभी आपकी लाइफ सफल हो पायेगा।

good luck for bright future.

अपना सुझाव जरूर दे। आप सभी का इस motivational आर्टिकल को पढ़ने के लिए

धन्यवाद


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