सपने में भगवान शिव का तीसरी आँख देखना
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सपने में भगवान शिव का तीसरी आँख |
भगवान शिव का तीसरी आँख विनाश का प्रतिक
है। जैसे अंत ही आरम्भ ,विनाश किसका करे अपने नकारत्मक सोच का
,नकारत्मक मनोवृतियों का, भगवान शिव शांत अवस्थ में मौन धारण किये हुए होते है। पर
जो शान्त होता है इसका मतलब ये नहीं की कमजोर होता है। यह शक्ति को नियंत्रण का
प्रतिक है। सपने में भगवान शिव के तीसरी आंख देखना, यह शुभ सपना माना
गया है। भगवान शिव तीसरी आँख तब खोलते है। जब किसी का विनाश करना हो। वैसे ही अगर
हम सपने में तीसरी आँख देखते है , तो हमें अपने नकारत्मक मनोवृतियों का त्याग कर
देना चाहिए। और अपने आतंरिक शक्ति में विश्वास करते हु। सही निर्णय लेकर कार्य
करना चाहिए ताकि आपका जीवन सफल और समृद्ध हो सके।
सपने में भगवान शिव का तीसरी आँख देखना - जीवन में सफलता,समृद्धि,खुशी के लिए महत्वपूर्ण बदलाव की जरूरता है। अपने नकारत्मक मोनोवृत्तियो को त्याग कर सकारत्मक ऊर्जा से कार्य करना चाहिए, ताकि आपका जीवन अच्छा हो सके। यह आपके अंदर के आतंरिक ऊर्जा की शक्ति को प्रदर्शित करता है। यह सपना जीवन को सफलता बनाने के लिए जागरूकता के साथ सही दिशा और ऊर्जा प्रदान करेगा।
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