सपने में भगवान शिवजी का डमरू देखना
![]() |
सपने में भगवान शिवजी का डमरू |
भगवान शिवजी
का डमरू जब ध्वनि उत्पन्न करता है, जिसे हम सभी नादा कहते है। यह ब्रह्मांड भी नादा के ध्वनि तरंग से ही चलती
है। भगवान शिव का डमरू देखना या भगवान शिव को डमरू बजते देखना दोनों ही सपने सकारत्मक
सपना माना गया है। भगवान शिव का डमरू सकारत्मक ध्वनि का प्रतिक है। जैसे इस ब्रह्मांड
का संचालन नादा के ध्वनि तरंग से होता है, जिसे सृष्टि के संचालन में कोई अवरोध उतन्न
नहीं होता है ,बल्कि सुगमता से चलते रहता है। वैसे ही सपने में भगवान शिवजी का डमरू
देखना या आवाज सुनना भी हमारे जीवन के लिए शुभ फल देने वाला सपना माना गया है।
सपने में भगवान शिव का डमरू देखना या सपने में भगवान शिव डमरू का आवाज सुनना का मतलब- यह शुभ सपना है। जीवन में सकरात्मक ऊर्र्जा का संचार होगा। कोई महत्वपूर्ण सकरात्मक बदलवा की और संकेत करता है। जैसे मानसिक विकास, आत्मविश्वास में वृद्धि ,परेशनियो का अंत इत्यादि।
0 Comments
इस ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है, इस ब्लॉग में सकारत्मक प्रेरणा,अध्यात्म,वास्तु, सपनों के बारे में विस्तार से जानकारी दिया जाता है। अगर आपको अपने सपने का मतलब नहीं मिलता है। तो आप यहाँ सपनों से संबंधित कमेंट कर सकते है। अपना सवाल पूछ सकते है। आपके प्रश्नों का उत्तर देने का मैं जरूर कोशिश करुगा। कोई गलत कमेंट न करे आप सभी से प्राथर्ना है। अच्छा वातावरण हमेशा सकारत्मक सोच को उतपन्न करता है। और इसे खुशी मिलती है। तभी व्यक्ति का उन्नति होता है, और व्यक्तित्व बढ़ाता है। अपनी राय जरूर शेयर करे। धन्यवाद्। ...