सपने में गंगा नदी किनारे शिवलिंग देखना कैसा होता है
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सपने में शिवलिंग से गंगा जल निकलना |
मां गंगा के गुणों का
जितना बखान किया जाए उतना ही कम है। हिंदू धर्म संस्कृति में गंगा नदी को पवित्र नदी
माना गया है। जितने पाप कर्म होते हैं गंगा
नदी में स्नान करने से पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं ऐसा धर्म ग्रंथो में मान्यता है। इस धरा पर बड़े-बड़े ऋषि मुनि ने जन्म लिया और मां
गंगा की शरण में जाकर तपस्या किया और सभी का तपस्या सफल रहा। हिंदू धर्म में गंगा नदी
को पापों का नाश करने वाला माना गया है। माता
गंगा "स्वर्ग ' से इस धरा पर आगमन हुआ है। भागीरथी ने अपने पूर्वजो को पापों से
मुक्ति दिलने के लिए कठोर तप किया और बह्मा जी को प्रसन्न किया। पर इस धरती पर माँ
गंगा का वेग को सहन कोई नहीं कर सकता था।
तो भगवान शिव ने अपने जटाओं में माता गंगा को धारण किया हुआ है। जब भी हमारे
मन में पवित्रा का भाव उतपन्न होता है। तो माता गंगा के बारे में याद किया जाता है।
बड़े-बड़े ऋषि मुनि महर्षि ने समय-समय पर माता की कथा का बखान किया है। माता गंगा के
महिमा का बखान किया है। पर वही आप सपने में
गंगा नदी के किनारे शिवलिंग देखते है , या सपने में शिवलिंग से गंगा जी को निकलते देखते
है , या सपने में शिवलिंग पर गंगा जल डालते देखते है तो या सपना बहुत कुछ इंगित करता
है। इन सपनो का विस्तार से व्यख्या जाने।
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