ज्ञान की शक्ति || power of knowledge in hindi

ज्ञान शक्ति ( knowledge is power )

power of knowledge
ज्ञान की शक्ति


ज्ञान की शक्ति ( power of knowledge )

ज्ञान की शक्ति अनंत है, ज्ञान के बिना जीवन की कल्पना करना मूर्खता के सामान है, ज्ञान के शक्ति के कारण साधारण मानव भी महामानव बन जाता है, सभी मनुष्यों की शारीरिक बनावट लगभग एक सामान होता है, जैसे शरीर, हाथ पैर आँखे, बुद्धि का वजन इत्यादि। पर मनुष्य के बौद्धिक विकास अलग अलग होता है। सब मनुष्य स्वतंत्र रूप से सोचते है, भले उस सोच को मनुष्य अपने जीवन में अमल करें या न करे, उस मनुष्य के स्वभाव पर निर्भर करता है। ज्ञान के शक्ति को सीमित आकलन करना, उस व्यक्ति के सीमित ज्ञान को दर्शता है।

 

भारतीय दर्शन में हमेशा से ज्ञान और ज्ञानी व्यक्ति को विशेष महत्व दिया गया है, भारतीय संस्कृति में ज्ञान की देवी को माता सरस्वती, माता गायत्री इत्यादि नामों से जाना जाता है, भगवान गणेश को ज्ञान के देवता के रूप में जाना जाता है। ज्ञान का जीवन के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है, ज्ञान से ही व्यक्ति, समाज, देश का निर्माण होता है, ज्ञान में अनंत ऊर्जा संहित है, जिसका उपयोग वही मनुष्य कर सकता है, जिसको ज्ञान का महत्व समझ में आता है, ज्ञान हमेशा बाटने से बढ़ता है, ज्ञान के के आधार पर आपको रोजगार, धन, सम्मान, पद इत्यादि की प्राप्ति होती है। ज्ञान से मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन के विकास को समझ जा सकता है , ब्रम्हांड की उत्पति और अंत को आसानी से ज्ञान के मध्यम से समझ जा सकता है। ज्ञान में दिव्या शक्ति है, ज्ञान के आधार पर मनुष्य के जीवन के आरंभ से लेकर मृत्यु तक अध्ययन किया जा सकता है।

 

इस पृथ्वी में सबसे पहले मनुष्य जगत में आदिमानव का विकास हुआ, और हजारों वर्षो तक उन आदिमानव ने अपने जीवन और कुल का विकास धीरे धीरे किया, क्योकि उन आदिमानव को टेक्नोलॉजी, विज्ञान, इंटरनेट का ज्ञान नहीं था, लेकिन समय के साथ धीरे धीरे सब परिवर्तन होते रहा, उस जीवन को हम सब आज वास्तविक जीवन में जी रहे है। आज टेक्नोलॉजी के कारण जीवन जीना सरल हो गया है। अर्थात ज्ञान के विस्तार के कारण आज भौतिक विकास अपने चरम पर है, ज्ञान के विस्तार के कारण हम सब आज अन्य ग्रह में जीवन के विस्तार के बारे में शोध कर रहे है।

 

ज्ञान मनुष्य के जीवन में आध्यात्मिक और भौतिक विकास के परम सहायक और निर्णायक साबित होता है। बिना ज्ञान के जीवन में सिर्फ अंधकार रहा जाता है। क्योकि मनुष्य अपने बुद्धि का विकास ही नहीं कर पता है, जिसे व्यक्ति और पशु में कोई विशेष अंतर नहीं होता है।

 

सनातन काल से लेकर आज के वर्तामन काल तक ज्ञान के महत्व को नाकारा नहीं जा सकता है। वैदिक काल या प्राचीन काल में हमारे ऋषिमुनियों में विभिन्न ग्रंथों, वेदों, पुराणों, वेदांत इत्यादि की रचना की है, जो मनुष्य के जीवन कल्याण के लिए अति महत्वपूर्ण है। इन ग्रंथो में आध्यात्मिक और भौतिक विकास के महत्व को समझाया गया है।

 

आज के वर्तमान परिवेश में शिक्षा का विस्तार बहुत तीव्र गति से हुआ है, आज हर मनुष्य के लिए शिक्षा आसानी से उपलब्ध है, क्योंकि आज के टेक्नोलॉजी युग, इंटरनेट के युग, वैज्ञानिक युग में आप आसानी से शिक्षा प्राप्त कर सकते है, आप किसी भी फील्ड में आसानी से शोध कर सकते हैं, या किसी भी क्षेत्र को आप आसानी से समझ सकते हैं, और उसमें अपनी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं, शिक्षा इंसान को जीवन जीने का तरीका सिखाता है, ज्ञान से इंसान के जीवन का विकास अनंत सीमा तक विस्तार किया जा सकता है, बस उस ज्ञान को सार्थक बनाने के लिए हमारे अंदर उत्सुकता की जरूरत होती है, तभी हम किसी भी ज्ञान को बहुत तीव्र गति से सीख सकते हैं।

 

मनुष्य ने  ज्ञान के मध्यम से अर्थशात्र, विज्ञान, भूगोल, साहित्य, गणित, बायोलॉजी , ट्रांसपोर्ट, टेलीफोन, एरोप्लेन, हेल्थ सर्विसेज, टेक्नोलॉजी का विकास, कृषि क्षेत्र का विकास, पॉलिटिकल क्षेत्र का विकास, अपने अधिकारों का विकास, इत्यादि क्षेत्रों में ज्ञान के माध्यम से अत्यधिक विकास किया है। यह सब ज्ञान की शाखा है, जिसका विस्तार धीरे-धीरे बढ़ते जा रहा है, और आने वाले भविष्य में इसका विस्तार और अधिक होगा, जैसे-जैसे विस्तार होगा, वैसे ही वैसे मनुष्य के जीवन का विकास ऊपर की ओर बढ़ते जाएगा, सकारात्मक ज्ञान हमेशा जीवन को सही दिशा देता है, जीवन के लिए हमेशा लाभदायक होता है।

 

ज्ञान की पूजा, ज्ञान का सम्मान लगभग सभी धर्मों में किया जाता है, सभी धर्मों में ज्ञान को विशेष महत्व दिया गया है, जैसे मुस्लिम धर्म में कुरान को महत्व दिया जाता है, सिख धर्म में गुरु ग्रंथ साहिबा को महत्व दिया जाता है, वैसे ही बुद्ध और जैन धर्मों में भी ज्ञान को महत्व दिया जाता है, बिना ज्ञान के इंसान अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकता है, बिना ज्ञान के मनुष्य अपने जीवन के विस्तार को सही तरीके से नहीं कर सकता है, बिना ज्ञान के मनुष्य अपने जीवन में सुख समृद्धि ऐश्वर्य संतुष्टि को प्राप्त नहीं कर सकता है, ज्ञान की शक्ति बहुत ही अधिक है, ज्ञान को समझें और अपने जीवन में ज्ञान को विशेष स्थान दे, ताकि आपका जीवन अधिक सफल और समृद्ध बन सके। 

धन्यवाद…

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